Original topic:

जनहित बहुउपयोगी जानकारी

(Topic created on: 03-30-2020 03:57 AM)
195 Views
SagarJournalist
Active Level 6
Options
Galaxy J
[29/3, 3:55 AM] अनिल कुमार सागर,पत्रकार: https://twitter.com/AnilKumarSaga11/status/1244011750950875138?s=19 [29/3, 3:55 AM] अनिल कुमार सागर,पत्रकार: https://twitter.com/AnilKumarSaga11/status/1244012086843277312?s=19*क्या सरकार ने लाकडाउन सोच समझकर किया* ? सलग्न वीडियो भी देखे *अब सोशल डिस्टेंसिंग 6 फ़ीट* कल दिल्ली में 17 हजार से अधिक व्यक्ति आनन्द विहार बस स्टेंड पर थे ।मध्यप्रदेश में झाबुआ ऐसा जिला है जहां के आदिवासी देश के विभिन्न स्थानों पर रोजगार के लिए जाते है ये रेल की पटरियों , खेतो, घरो के निर्माण आदि विभिन्न काम करते है । ।ऐसा ही दिल्ली,मुम्बई और अनेक शहरों में लाखों लोग है जहाँ व्यक्ति प्रवासी होकर नित्य रिक्शा, ठेला, मजदूरी आदि काम करते है और जीवन यापन करते है । ये न तो टी वी देखते है और न सोशल मीडिया ।यदि इन सबका रोजगार बन्द कर दिया जाय तो ये सब कहा जायेगे । जंगलो और विभिन्न स्थानों पर बन्द के कारण मूलभूत सुविधाएं कैसे मिलेगी यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए । हमारे देश की सरकार कहती है कि सहायता राशि गरीबो के खाते में डाल दी जाएगी पर अनेक ऐसे लोगो के तो आज भी बैंक खाते नही है और यदि इनके राशन कार्ड और घर आदि है तो वह भी दूर है । डिजिटल ट्रांसेक्शन को अपनाना एक बहुत बड़ी समस्या है अनेक शिक्षित भी दक्ष नही है । देश मे अनेक दिहाड़ी मजदूर आज भी ऐसे होंगे जिनका बैंकिंग व्यवहार से कोई लेना देना नही है । सरकार ने लाकडाउन का निर्णय लिया किन्तु जनता कर्फ्यू के बाद स्थानीय बन्द और इन्ही बन्द के बीच एक दम से बन्द गंभीर समस्या उतपन्न हो गयी है । ट्रैन और बस के अचानक बन्द होने से अफरा तफरी मचना स्वाभाविक है । अभी भी लोग कोरोना को समझ नही पाए है जब इटली, अमेरिका जैसे शिक्षित समुदाय गलतियां कर सकते है तो भारत तो बहुत पीछे है । एक आम व्यक्ति को पता होना चाहिए सरकार क्या करने जा रही है । हम ट्रंफ की भले ही हँसी उड़ा ले पर बहुत से बिन्दुओ पर हमें आम जनता का भी विचार करना होगा । हम कोरोना से तो बाद में मरेंगे किन्तु भूख और बीमारी से मची अफरा तफरी से विकराल स्थिति होगी इस पर चिंतन होना चाहिये । स्वास्थ्य सेवाएं और कोविड 19 बहुत से दक्ष चिकित्सक भी अभी इस वायरस के व्यवहार के बारे में अनजान है ।देश की पैथालॉजी लेब में 100 प्रतिशत सही जांच हो सके यह भी चिंतनीय विषय है पॉजिटिव और निगेटिव का खेल बड़ा ही अजीब है कब प्रभवित पॉजिटव होगा और कब नही लक्षण और रिपोर्ट स्पस्ट नही है।और जब चिकित्सक तक जांचे ही सही नही पहुचेगी तो मेडिकल स्टाफ ऐसे पेशेंट के साथ कैसे व्यवहार करे यह ही तय नही हो पायेगा ।ऐसी दशा में मेडिकल और पैरा मेडिकल स्टाफ के प्रभावित होने पर देश बहुत बड़े संकट में आ सकता है । अभी तो हमारा बहुत सा मेडिकल और पैरा मेडिकल स्टाफ केवल व्हाट्सएप , सोशल मीडिया आदि से ही इस वायरस के बारे में जान पाया है असली सामना तो मरीज के आने और उसके ठीक होने और न होने की दशा में ही होगा । सोशल डिस्टेंसिंग का कड़ाई से पालन जरूरी ? हमे सोचना होगा (1) सब्जी आदि के ठेले बहुत जरूरी नही है ।हम देखते है सब्जी लेते वक्त उसे स्पर्श कर छाटने की आदत है हमारी गृहणियों आदि की , ऐसी दशा में यह कांटेक्ट कितनो को प्रभावित कर सकता है पता नही । (2) लाकडाउन का मतलब है पूरा लाकडाउन याने पूरी तरह से घर मे कैद ।कोई सब्जी , किराना , दवाई , दूध आदि के लिए भी बाहर न निकले । (3) वस्तुओं की उपलब्धता के लिए जनप्रतिनिधियों और सामाजिक संस्थाओं का सहयोग हमे लेना होगा ।किन्तु देखने मे यह आया है कि प्रशासन इनसे अभी दूरी बना कर रख रहा है इस पर चिंतन होना चाहिए । (4) सबसे अहम और जरूरी है आवश्यक वस्तुओं का वितरण सरकार के स्वयं के निर्देशन में हो और यह जरूरी नही की इसमे अभी हर व्यक्ति की पसन्द का ध्यान रखा जाय । (5) जो भी निर्णय लिए जा रहे है उनका नियमित अनाउंसमेंट गाड़ियों से हो और यह आवाज हर गली मोहल्ले व्यक्ति तक पहुचे यह सुनिश्चित हो । (6) मेडिकल,प्रशासनिक,जनप्रतिनिधि और समाजसेवी टीम 4 बिन्दुओ की ऐसी टीम बने जिससे हर बिंदु /समस्या पर तुरंत हल निकल सके । (7) पशु और पक्षियों के पोषण पर भी हम चिंतन करे। (8) जो जहां है वही रुक जाए इस हेतु भोजन एवम आवास सुविधाओ के स्थल स्कूल/होटल/ गेस्ट हाउस आदि बनाये जाए और वहां पर केवल सेवादाता ही आ जा सके ऐसी व्यवस्थाए जनसहयोग से ही सम्भव है। (9) बिजली की निर्बाध सेवा, गेस की उपलब्धता और अन्य जरूरी सामग्री हेतु एक सीमा की क्रेडिट फेसिलिटी आधार कार्ड के ऊपर दी जाय जिससे केश की दिक्कत महसूस न हो क्योकि अभी सभी के यहां एक दम से लाकडाउन पर केश व्यवस्था हो सकेगी, व्यक्ति बैंक या ए टी एम पहुच सके यह निश्चित नही है। । निम्न उपाय करते रहे नस्य(नाक में सरसों का तेल एक दो बून्द रोज डाले , गुनगुना पानी( हल्का गर्म) पिये हो सके तो इस पानी मे तुलसी के 4 से 5 पत्ते कुछ लोंग, काली मिर्च डालकर उबाल लें और गुनगुना होने पर नीबू भी डाल लें ।जरूरी नही यह सब करे केवल गुनगुना पानी दिन भर भी ले सकते है । सुपाच्य भोजन करे जिससे कम से कम बीमार हो । योग, व्यायाम, ध्यान, प्राणायाम आदि ऐसी गतिविधि करे जिससे हमारी प्रतिरोधक क्षमता बड़े हम स्वस्थ रहे कोरोना को हम हरा दे । अशोक खण्डेलवाल चिकित्सासंसार हेल्थ मीडिया एवम शोध टीम उज्जैन 9399008071, 9425092492🌹 *Subscribe me.**अनिल कुमार सागर, वरिष्ठ लेखक - स्वतंत्र पत्रकार , वनौषधि,Van Ausdhi : https://youtu.be/z6Yw-hThfN4🌹🌹🌹🌹

subscribe करें,कमेन्ट करें, शेयर (साझा) करें जिससे ज्ञान-विज्ञान का प्रचार-प्रसार हो सके तथा Bell icon दबाना न भूलें। 👉👉👉👉👉👉👉 👉🏻https://youtu.be/o64VOXnLg10

https://www.youtube.com/channel/UCK2qD2dPvwnnGioXXP2Ny3Q 🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹 https://youtu.be/GUdaiA67ArE

🌹 🌹vision5design.com, chandausionline.com, jalesaronline.com bewaronline.com & https://www.etahonline.com/home/स-ठ-वर-ष *vision5design.com *Brings you great websites with city stories!*hathrasonline.com bewaronline.com, chandausionline.com, jalesaronline.com, etahonline.com, chandausinow.com *https://anilkumarsagar786.wixsite.com/website
1 Comment
Galaxy J
धन्यवाद, * अनिल कुमार सागर, वरिष्ठ लेखक - स्वतंत्र पत्रकार,पूर्व उप सम्पादक :"उजाले की ओर","कीमया-ऐ-जीवन ","ज्ञान रंजन ट्रेजर","चन्दौसी की गूँज ","मोटर यान ज्ञान","तुमुल तूफानी ","रंगीला टाइम्स", आदि राष्ट्रीय समाचार पत्र, सम्पर्कः- 03,आनन्द कॉलोनी,चन्दौसी-244412,उ.प्र., YouTube:Van Ausdhi anilkumarsagar,Writer-Journalist,YouTube:chandausinow,Anilkumarsagar Witer Journalist ,Twitter:anilkumarsagar11, Twitter:vision5design, Instagram:Kumar sagaranil, 09719674350whatsapp
0 Likes